Vikas Dubey Kanpur Wala Arrest/Madhya Pradesh Ujjain Latest News | Vikas Dubey Kanpur Encounter (Bikaru Village Shootout) Latest Updates: Gangster Vikas Dubey Arrested From Mahakaleshwar Temple In MP Ujjain | विकास को 8 घंटे पूछताछ के बाद उज्जैन पुलिस ने यूपी एसटीएफ के सुपुर्द किया, लखनऊ में उसकी पत्नी और बेटा भी हिरासत में
- विकास दुबे को महाकाल मंदिर में सुबह करीब 9 बजे गिरफ्तार किया गया, यहां वह चिल्ला रहा था- मैं विकास हूं, कानपुर वाला
- यूपी एसटीएफ को सौंपने से पहले विकास को उज्जैन के 3 थानों में ले जाया गया, इसके बाद पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पूछताछ हुई
- लखनऊ में एसटीएफ ने विकास की पत्नी ऋचा, उसके बेटे और नौकर को गिरफ्तार किया
दैनिक भास्कर
Jul 09, 2020, 10:15 PM IST
उज्जैन. गिरफ्तारी के करीब 12 घंटे बाद उज्जैन पुलिस ने साफ किया कि विकास दुबे को यूपी एसटीएफ के हवाले कर दिया गया है। लेकिन, इस बात की जानकारी देने के लिए सामने आए उज्जैन के एसपी मनोज कुमार उस वक्त सवालों के घेरे में आ गए, जब उन्होंने कहा कि विकास के खिलाफ उज्जैन में केस दर्ज नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरी कार्रवाई पारदर्शी तरीके से की गई है। हमने कानपुर पुलिस और एसटीएफ से बातचीत और तस्दीक के बाद विकास को उनके सुपुर्द किया है। हमने 8 घंटे उससे पूछताछ की है।
पहले यह खबर आ रही थी कि उसे यूपी एसटीएफ चार्टर्ड प्लेन से लेकर रवाना हो गई। फिर यह सूचना आई कि उसे सड़क के रास्ते ले जाया जाएगा।
गिरफ्तारी के वक्त चिल्लाया था हिस्ट्रीशीटर- विकास दुबे हूं, कानपुर वाला
विकास दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन मंदिर में करीब 9 बजे गिरफ्तार किया गया था। डरा हुआ हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तारी के वक्त चिल्ला रहा था कि मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला। इसके बाद पुलिस उसे पहले महाकाल थाना, पुलिस कंट्रोल रूम, नरवर थाना और फिर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर लेकर गई। यहां उससे करीब दो घंटे तक पूछताछ की गई। इस बीच, खबर आ रही है कि विकास की पत्नी ऋचा, उसके बेटे और नौकर को लखनऊ में हिरासत में लिया गया है।
उज्जैन का शराब कारोबारी भी हिरासत में
उज्जैन पुलिस ने लखनऊ के दो वकीलों को भी हिरासत में लिया है। ये अपनी निजी गाड़ी से वहां पहुंचे थे। इसके अलावा, उज्जैन में विकास को ठिकाना देने वाला एक शराब कारोबारी, उसका मैनेजर और दो अन्य लोग हिरासत में लिए गए हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है।
विकास ने अपने मोबाइल पर वीडियो भी बनाए
विकास ने गिरफ्तारी से पहले अपने मोबाइल पर कुछ वीडियो भी बनाए। इसके बाद जवानों ने उसे पकड़ लिया। एग्जिट मार्ग से बाहर ले जाकर चौकी में बैठा दिया। इसके बाद पुलिस के अफसरों को जानकारी दी। बाद में पुलिस उसे अज्ञात स्थान पर ले गई।

विकास की गिरफ्तारी की 4 बातें सामने आईं
1. ऐसा कहा जा रहा है कि वह खुद सरेंडर करने गया था।
2. उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा, ‘विकास सुबह 8 बजे मंदिर परिसर के बाहर एक दुकान पर पहुंचा। उसने दुकानदार सुरेश से पूछा कि दर्शन के लिए रसीद कहां मिलती है। सुरेश को उस पर शक हुआ तो उसने महाकाल मंदिर की सिक्योरिटी को जानकारी दी। सिक्योरिटी ने उस पर नजर रखी। शक होने के बाद उससे पूछताछ की और आईडी कार्ड मांगा। विकास ने फर्जी आईडी कार्ड दिखाया, लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद उसने भागने की कोशिश की।
3. विकास को पकड़वाने वाले सिक्योरिटी गार्ड गोपाल सिंह ने बताया, ‘‘मैंने शक होने पर उसे पूछताछ के लिए रोका तो वह आनाकानी करने लगा। मुझे और ज्यादा शक हुआ, तो मैंने पुलिस को बुलाया। इस पर उसने मेरे साथ झूमाझटकी की। थोड़ी देर में पुलिस आई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।’’
4. विकास ने गुरुवार सुबह बाबा महाकाल के दर्शन के लिए वीआईपी एंट्री के लिए 250 रुपए की रसीद कटवाई। इस दौरान उसने अपना सही नाम विकास दुबे ही लिखवाया। इसके बाद वह महाकाल बाबा के दर्शन के लिए मंदिर परिसर में पहुंचा। दर्शन के बाद विकास वहां मौजूद जवानों के पास गया और बोला कि मैं कानपुर वाला विकास दुबे हूं, मुझे पकड़ लो।


शिवराज ने पुलिस को शाबासी दी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास की गिरफ्तारी पर मध्यप्रदेश पुलिस को शाबासी दी। उन्होंने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि विकास को उत्तरप्रदेश पुलिस को हैंडओवर किया जाएगा। दोनों राज्यों की पुलिस इस पर काम कर रही है।
जिनको लगता है की महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएँगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं।
हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्श्ने वाली नहीं है…
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 9, 2020
अखिलेश यादव ने कहा- पुलिस बताए यह गिरफ्तारी है या सरेंडर ?
ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 9, 2020
प्रियंका गांधी ने कहा- सरकार पूरी तरह फेल हुई
कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई।
अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है…1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 9, 2020
7 दिन में विकास दुबे गैंग के 5 बदमाशों का एनकाउंटर
- इससे पहले बुधवार देर रात विकास दुबे के एक और करीबी प्रभात मिश्रा मारा गया। प्रभात को पुलिस ने बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था। यूपी पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ले जा रही थी। रास्ते में प्रभात ने भागने की कोशिश की, उसने पुलिस की पिस्टल छीनकर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में प्रभात मारा गया।
- पुलिस ने बुधवार को ही विकास के करीबी अमर दुबे का भी एनकाउंटर कर दिया था। अमर हमीरपुर में छिपा था। अब तक विकास गैंग के 5 लोग एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।
कानपुर शूटआउट केस में अब तक क्या हुआ?
2 जुलाई: विकास दुबे को गिरफ्तार करने 3 थानों की पुलिस ने बिकरू गांव में दबिश दी, विकास की गैंग ने 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी।
3 जुलाई: पुलिस ने सुबह 7 बजे विकास के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का एनकाउंटर कर दिया। 20-22 नामजद समेत 60 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
5 जुलाई: पुलिस ने विकास के नौकर और खास सहयोगी दयाशंकर उर्फ कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया। पुलिस की गोली लगने से दयाशंकर जख्मी हो गया। उसने खुलासा किया कि विकास ने पहले से प्लानिंग कर पुलिसकर्मियों पर हमला किया था।
6 जुलाई: पुलिस ने अमर की मां क्षमा दुबे और दयाशंकर की पत्नी रेखा समेत 3 को गिरफ्तार किया। शूटआउट की घटना के वक्त पुलिस ने बदमाशों से बचने के लिए क्षमा दुबे का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन क्षमा ने मदद करने की बजाय बदमाशों को पुलिस की लोकेशन बता दी। रेखा भी बदमाशों की मदद कर रही थी।
8 जुलाई: एसटीएफ ने विकास के करीबी अमर दुबे को मार गिराया। प्रभात मिश्रा समेत 10 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया।
9 जुलाई: प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे एनकाउंटर में मारे गए। विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार।
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